प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति
1. मानव का प्राचीनतम इतिहास किस काल से सम्बनिधत हैं? Ans— पाषाण युग से
2. मानव जाति के विकास के जिस काल का कोई लिखित प्रमाण नहीं मिलता, उसे कहते हैं?
Ans— प्रागैतिहासिक काल या प्राक इतिहास काल
3. पूर्व-पाषाण काल के मनुष्य कहाँ रहते थे?
Ans— पहाड़ की कंदराओं में
4. पूर्व-पाषाण युग के मानव की जीविका का मुख्य आधार क्या था?
4. पूर्व-पाषाण युग के मानव की जीविका का मुख्य आधार क्या था?
Ans— शिकार
5. पूर्व-पाषाण युग के हथियार किस चीज के बने होते थें?
Ans— पत्थर, हडडी एवं लकड़ी के
6. मध्य पाषाण युग के मनुष्य के जीविका का मुख्य साधन क्या था?
Ans— शिकार व पशुपालन
7. पूर्व-पाषाण काल का प्रथम आविष्कार क्या था?
Ans— आग
8. नव पाषाण युग में मानव ने किस पशु को पालतू बनाया था?
Ans— कुत्ता को
9. वमषि के आविष्कार को मानव ने किस युग में पूरी तरह अपना लिया था?
Ans— नव-पाषाण युग में
10. मनुष्यों में स्थायी निवास की प्रवृत्ति किस युग में आयी थी?
Ans— नव-पाषाण युग में
11. नव-पाषाण युग का सर्वप्रथम औजार क्या था?
Ans— पत्थर की कुल्हाड़ी
12. पहिए का आविष्कार किस काल में हुआ था?
Ans— नव-पाषाण काल में
13. नव-पाषाण युग में मानव अपने मृतकों का अंतिम संस्कार कैसे करते थे?
Ans— शव को दफनाकर
14. नव-पाषाण युग में मृत व्यक्तियों को किन-किन चीजों के साथ कब्रों में दफनाया जाता था?
Ans— हथियार, मिटटी के बर्तन, खाने पीने की चीजें
15. नव-पाषाण युग में कब्रगाहों में बड़े-बड़े पत्थर लगा दिये जाते थे। उन पत्थरों को क्या कहते हैं?
Ans— महा पाषाण
16. मिटटी के बर्तन का प्रयोग सर्वप्रथम किस युग में किया गया था?
Ans— नव-पाषाण युग में
17. मनुष्य ने वस्त्र बुनने की कला कब शुरू की थी?
Ans— नव-पाषाण काल में
18. आदि मानव ने सबसे पहले क्या सीखा था?
Ans— आग जलाना
19. आदि मानव प्राय: किन दो चीजों से डरता था?
Ans— मौसम और जंगली जानवरों से
20. आदि मानव की अत्यधिक महत्वपूर्ण खोज कौन-सी थी?
Ans— चक्र या पहिया
21. प्राचीन काल के धातुओं का संग्रह कौन-सा विभाग करता हैं?
Ans— पुरातत्व विभाग
22. ताम्र-पाषाण युग के मनुष्य का मुख्य पेशा क्या था?
Ans— खेती
23. किस काल में मनुष्य ने पत्थर और ताँबे के औजारों का साथ-साथ प्रयोग किया?
Ans— ताम्र-पाषाणिक काल
24. ताम्र-पाषाणिक काल में किस धातु को सर्वप्रथम औजारों में प्रयुक्त किया गया था?
Ans— तांबा
25. ताम्र-पाषाण युग की स्त्रियाँ किस धातु के आभूषण पहनती थी?
Ans— कांसा धातु
26. भारत की प्राचीन भाषाएँ कौन-कौन सी हैं?
Ans— पाली और प्रावमत
27. भारत के सबसे प्राचीन नगर कौन थे?
Ans— मोहनजोदड़ों
28. मोहनजोदड़ों का क्या अर्थ होता है?
Ans— मृतकों का नगर अथवा मुर्दों का टीला
29. मोहनजोदड़ों किस नदी के किनारे स्थित था?
Ans— सिन्धु नदी के
30. ‘विशाल स्नानागार’ कहाँ स्थित है?
Ans— मोहनजोदड़ों में
31. मोहनजोदड़ों और हड़प्पा की खोज के पूर्व विद्वान भारतीय इतिहास का प्रारम्भ किस महत्वपूर्ण घटना से मानते थे?
Ans— आर्यों के आगमन से
32. हड़प्पा नगर की खोज किसने और कब की थी?
Ans— 1921 ई० में सर जान मार्शल और राय बहादुर दयाराम सहनी ने
33. सिन्धु घाटी सभ्यता को आजकल किस नाम से पुकारा जाता है?
Ans— हड़प्पा संस्कृति
34. भारत की प्रथम सभ्यता कौन है?
Ans— सिन्धु घाटी सभ्यता ( हड़प्पा संस्कृति )
35. भारतीय उपमहाद्वीप में प्रथम सभ्यता किस क्षेत्र में विकसित हुई थी?
Ans— पश्चिमी क्षेत्र में
36. सिन्धुघाटी सभ्यता के निर्माता कौन थे?
Ans— द्रविड़
37. सिन्धुघाटी सभ्यता का काल कब से कब तक था?
Ans— डॉ. बी. ए. सिमथ के अनुसार, 2500 ई. पूर्व से 1500 ई. पूर्व तक
38. हड़प्पा-संस्कृति कितने वर्ष जीवित रही?
Ans— लगभग 1000 वर्ष
39. सिन्धुघाटी सभ्यता को क्या कहा जाता है?
Ans— नगरीय सभ्यता
40. सिन्धु घाटी सभ्यता किन नदियों के किनारे विकसित हुई थी?
Ans— सिन्धु व उसकी सहायक नदियों के किनारे
41. सिन्धु सभ्यता के अधिकांश नगर कहाँ स्थित थे?
Ans— नदियों के किनारे
42. सबसे पहले सिन्धु सभ्यता के दो प्रमुख स्थल कहाँ मिले थे?
Ans— पंजाब में हड़प्पा और सिंघ में मोहनजोदड़ों
43. हड़प्पा नगर किस नदी के किनारे स्थित था?
Ans— रावी नदी
44. हड़प्पा कहाँ स्थित है?
Ans— पाकिस्तान ( साहिवाल )
45. हड़प्पा वासी कहाँ के मूल निवासी थे?
Ans— फिनीशिया के
46. मोहनजोदड़ों किस नदी के किनारे स्थित हैं?
Ans— सिन्धु नदी
47. सैंधव स्थलों के उत्खननों से प्राप्त मुहरों पर किस पशु का सर्वाधिक उत्कीर्णन हुआ है?
Ans— बैल
48. सिन्धु घाटी सभ्यता का प्रधान बंदरगाह कौन था?
Ans— लोथल बंदरगाह
49. सिन्धु सभ्यता का कहाँ-कहाँ था?
Ans— जम्मू, पंजाब, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बलूचिस्तान ( पाकिस्तान ), सिन्घु ( पाकिस्तान )
50. सिन्धु घाटी सभ्यता में समाज कितने वर्गों में विभाजित था?
Ans— चार-विद्वान, योह, व्यवसायी तथा श्रमजीवी
No comments